सबसे बड़ा है रोग , क्या कहेंगे लोग!
बेटा मेरा कुछ भी चाहे , मैं जो चाहूँ वही करवाऊंगी! अगर उसका बेटा डॉक्टर है, तो इसे इंजीनियर ज़रूर बनाऊंगी! अगर ऐसा मैं ना कर पाई, तो बाहर कैसे जाऊंगी? बच्चों का तो काम है ज़िद्द करना, मैं सबको क्या मुह दिखाऊंगी? सुन रे छोरी! कान खोल कर, घर से बाहर पाओं ना रखना तू। मैं हूँ सरपंच इस गांव का, अपने बाप की लाज रखना तू। तू अगर मेरी बात ना मानी, तो लोग बातें बनाएंगे! खून के आंसू मैं रोऊंगा, जब लोग ताने मार सताएंगे।। देखो बेटी ऐसा मत कर , क्या रखा है इस लड़के में? है यह लड़का दूसरे जात क